धर्म

धनवान और सुखी लोग घर पर जरूर रखते हैं मां लक्ष्मी से जुड़ी ये पांच चीजें, नहीं होती धन की कमी

वास्तु शास्त्र में भवन निर्माण से लेकर उसमें रहन सहन व सभी दिशाओं का भलिभांति जिक्र हैं। इसके अलावा वास्तु में पूजा पाठ के नियमों का भी उल्लेख है, जिनका पालन करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है। मान्यताओं के अनुसार जिस घर में वास्तु के अनुसार कार्य सम्पन्न होते हैं, वहां हमेशा खुशहाली रहती है। साथ ही उस घर में मां लक्ष्मी का वास भी बना रहता है। वहीं वास्तु दोष होने पर घर में लगातार परेशानियां बनी रहती है और आर्थिक समस्याओं से जूझना पड़ता है। माना जाता है कि घर में वास्तु दोष होने से बरकत रुक जाती है और परिवार में बीमारियां बनी रहती है। इसलिए वास्तु  शास्त्र के सभी नियमों का पालन करने की सलाह दी जाती है। वास्तु के अनुसार घर में धातु के कछुए को रखने से पैसे की तंगी नहीं होती है और रुके हुए कार्यों को भी गति मिलती। यही नहीं परिवार के सभी लोग तरक्की भी करते हैं। अगर ये कछुआ तांबा या चांदी जैसी धातुओं से बना होता है, तो आर्थिक तंगी से भी छुटकारा मिलता है। बता दें वास्तु से जुड़ी चीजों को रखने से घर से कलेश भी दूर होता है, और मां लक्ष्मी का वास बना रहता है। आइए इनके बारे में जान लेते हैं।

पिरामिड

वास्तु पिरामिड घर से खतरों और बुरी नजर को दूर भगाने में मदद करता है। माना जाता है कि अगर यह पिरामिड क्रिस्टल या फिर किसी और धातु का होता है, तो आर्थिक स्थिति पर भी इसका शुभ प्रभाव पड़ता है। साथ ही सभी सदस्यों के जीवन में संपन्नता बनी रहती है।

कुबेर जी की मूर्ति

कुबेर भगवान को धन का देवता माना जाता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में कुबेर भगवान की प्रतिमा रखने से धन की कमी नहीं होती है। साथ ही घर में लक्ष्मी जी का भी निवास बना रहता है। इसके अलावा इससे परिवार में सकारात्मकता का भी संचार होता है।
 

नारियल

वास्तु के अनुसार घर में श्रीफल रखना बेहद शुभ होता है। इसे रखने से धन आगमन के मार्ग खुलते हैं और आर्थिक स्थिति में भी सुधार होता है। मान्यता है कि घर में इसके रहने से लक्ष्मी जी का वास भी बना रहता है।

श्री यंत्र

घर में श्री यंत्र रखने से सौभाग्य और यश की प्राप्ति होती है। शास्त्रों में श्री यंत्र का संबंध लक्ष्मी जी से माना जाता है। इसलिए धन की देवी मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए मंदिर में श्री यंत्र को स्थापित करना चाहिए। ध्यान रखें कि इसे ईशान कोण में स्थापित करें। 
 

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