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बिलावल भुट्टो ने माना फरवरी में हुए पाकिस्तानी चुनाव नहीं थे पारदर्शी, बोले-हर चुनाव में होती है गड़बड़ी…

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के चेयरपर्सन बिलावल भुट्टो ने फरवरी में हुए पाकिस्तानी चुनाव को लेकर कहा कि सब कुछ साफ नहीं था, चुनाव पारदर्शी नहीं थे।

फरवरी में हुए चुनावों के बाद पाकिस्तान की वर्तमान शहबाज सरकार चुनकर आई थी, जिसका समर्थन बिलावल भुट्टो की पार्टी भी करती है।

भुट्टो चुनावों से पहले चल रही शहबाज सरकार में पाकिस्तान के विदेश मंत्री का कार्यभार भी संभाल चुके हैं। हालांकि भुट्टो ने सर्वमान्य रूप से चली आ रही इस धारणा को खारिज किया कि चुनावों में वह धांधली की वजह से जीतकर आए हैं।

बलोचिस्तान के क्वेटा में मीडिया से बात करते हुए बिलावल ने कहा कि उनकी पार्टी के खिलाफ हर चुनाव में धांधली की गई है। चुनावों में ‘धांधली के चक्र’ को खत्म करने के लिए राजनेताओं को आम सहमति पर पहुंचने की जरूरत है।

भुट्टो ने कहा कि सभी पार्टियों के नेताओं को इस बात पर सहमत होना चाहिए कि मैच निष्पक्ष रूप से खेला जाए और फिर उसके परिणाम को भी स्वीकार किया जाना चाहिए, तभी लोकतंत्र मजबूत होगा।

भुट्टो ने कहा कि पीपीपी चुनाव सुधारों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, लेकिन कई बार पार्टी और राजनेता इस सुधार में बाधा डालने का प्रयास करते हैं।

उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी पाकिस्तान के लोगों के बेहतर भविष्य के लिए हर कदम उठाने को तैयार है।

हम बलूचिस्तान में भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं, शिक्षा और रोजगार के अवसर बनाने का प्रयास करेंगे। भुट्टो ने कहा कि पीपीपी ने सिंध में स्वास्थ्य क्षेत्र में बहुत काम किया है।

बिलावल ने कहा कि राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो(एनएबी) को खत्म करना पार्टी के घोषणापत्र में है।

दरअसल, बजट सत्र के दौरान पाकिस्तानी संसद में बोलते हुए भुट्टों ने दावा किया था कि एनएबी राजनीतिक इंजीनियरिंग और बदला लेने और नेताओं को बदनाम करने का काम करता है।

हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि एनएबी किसके इशारे पर यह काम करता है। एएनबी के वरिष्ठ अधिकारी पूर्व या सेवारत सेना अधिकारी हैं। भुट्टो ने कहा एनएबी को हटाने पर राजनीतिक पार्टियों के बीच में आम सहमति न होना दुख की बात है।

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